अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) और यूनिसेफ ने मिलकर प्रॉमिस टू चिल्ड्रेन डिजिटल अभियान को और व्यापक बनाने के लिए हाथ मिलाया है। यह अभियान आईसीसी महिला क्रिकेट विश्व कप 2025 के दौरान चलाया जाएगा, जो भारत और श्रीलंका में आयोजित किया जाएगा। इस पहल का उद्देश्य क्रिकेट प्रशंसकों, दर्शकों और खिलाड़ियों को एकजुट कर, यूनिसेफ के साथ बच्चों के लिए समान अवसर सुनिश्चित करने के लिए प्रेरित करना है — विशेष रूप से उन बच्चों के लिए जो सबसे अधिक असुरक्षित हैं।
यूनिसेफ राष्ट्रीय राजदूत और बॉलीवुड स्टार आयुष्मान खुराना तथा भारतीय महिला क्रिकेट टीम की उपकप्तान स्मृति मंधाना द्वारा समर्थित यह पहल क्रिकेट की ताकत का उपयोग करते हुए लोगों को बच्चों के अधिकारों — जैसे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, पोषण, स्वच्छ पानी, स्वच्छता और हिंसा से सुरक्षा — के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताने के लिए प्रेरित करती है।
आईसीसी अध्यक्ष जय शाह ने कहा:
“आईसीसी दुनिया भर में लड़कियों और लड़कों दोनों को समान अवसर देने के लिए प्रतिबद्ध है। हमें यूनिसेफ के साथ साझेदारी कर खुशी है, जिससे ऐसे कार्यक्रमों में निवेश हो सके जो बच्चों के जीवन को बेहतर बनाएंगे, उन्हें स्वस्थ, पोषित और शिक्षित रहने के साथ खेलने का मौका देंगे। प्रॉमिस टू चिल्ड्रेन अभियान के माध्यम से आईसीसी और यूनिसेफ मिलकर क्रिकेट समुदाय — कोचों, खिलाड़ियों और क्रिकेट से जुड़ी हस्तियों — को जोड़ेंगे ताकि हर बच्चे के अधिकारों को आगे बढ़ाया जा सके।”
यूनिसेफ इंडिया प्रतिनिधि सिंथिया मैककैफ्री ने कहा:
“क्रिकेट की ताकत का मुकाबला कोई नहीं कर सकता, जिसे अरबों लोग पसंद करते हैं। यूनिसेफ और आईसीसी की साझेदारी हर लड़की और लड़के के लिए समान अवसर पैदा करने की साझा प्रतिबद्धता पर आधारित है। यह पूरे देश को एकजुट आह्वान देती है — बच्चों से किया गया वादा निभाने के लिए।”
यूनिसेफ इंडिया राष्ट्रीय राजदूत आयुष्मान खुराना ने कहा:
“मुझे यूनिसेफ के प्रॉमिस टू चिल्ड्रेन डिजिटल अभियान का हिस्सा बनकर खुशी हो रही है, जिसे इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल का समर्थन प्राप्त है। मेरे लिए भारतीय महिला क्रिकेट टीम उन लड़कियों और उनके परिवारों की दृढ़ता और समर्पण का प्रतीक है, जो ‘प्रॉमिस टू चिल्ड्रेन’ की भावना को समझते हैं। हर वादा — छोटा या बड़ा — असली बदलाव ला सकता है और एक समान समाज के निर्माण में योगदान दे सकता है।”
भारत की उपकप्तान स्मृति मंधाना ने कहा:
“एक क्रिकेटर के रूप में मैं जानती हूं कि यह खेल एक महान समानता लाने वाला माध्यम है। प्रॉमिस टू चिल्ड्रेन एक सशक्त अभियान है जो व्यक्तिगत प्रतिबद्धता और सामूहिक जिम्मेदारी दोनों हो सकता है — ताकि हर बच्चे को खुशहाल, स्वस्थ और सुरक्षित बचपन मिल सके।”
आईसीसी महिला क्रिकेट विश्व कप के दौरान इस साझेदारी के तहत बच्चों और भाग लेने वाली टीमों के साथ क्रिकेट क्लीनिक, खेल के दिग्गजों और हितधारकों के साथ गोलमेज चर्चाएँ, तथा डिजिटल प्लेटफॉर्म, खिलाड़ियों, कमेंटेटरों और टीवी स्पॉट्स के माध्यम से अभियान संदेश साझा किए जाएंगे।
by Manoj Dutt